सरकार ने आखिर कार वो फैसला ले लिया है। जिस फैसले का सब को ही इंतजार था। जिसके बारे में इतने महीनों से पूरे देश में बात हो रही थी। कई लोग इस चीज का विरोध कर रहे थे। तो कई सारे लोग इस चीज के सपोर्ट में भी थे। और अब जा कर के सरकार ने इस चीज के ऊपर अपना आखिरी बयान भी दे दिया है।
सभी बैंक अब हो जाएंगे प्राइवेट
जी हां आपने बिल्कुल सही अंदाजा लगाया। हम बात कर रहे हैं बैंक के privatisation की। जिसकी चर्चा इतने दिनों से हो रही थी। कि आखिर सरकार ये बदलाव करेगी या नहीं। और आखिर सरकार ने इस पर अपना आखिरी रुख जाहिर कर दिया है। और उन्होंने बताया है कि वो जल्द ही सभी बैंक का privatisation करने जा रहे हैं। और इस सब के बारे में जल्द ही ऑफिशियल जानकारी भी जारी कर दी जाने वाली है।
सिर्फ ये बैंक रह जाएगा सरकारी
और आपको बता दें कि इस privatisation की चपेट में हर एक बैंक आने वाला है। और हर एक बैंक प्राइवेट हो जाएगा। तो आप सोच रहे होंगे कि आखिर कोई बैंक सरकारी नहीं रहेगा तो काम कैसे होगा। क्योंकि कई ऐसे काम होते हैं जिनमें कि एक सरकारी बैंक की ही जरूरत होती है। और ये काम प्राइवेट बैंक से नहीं होते। तो इसके लिए भी एक उपाय सरकार ने रखा है। और SBI यानी कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का privatisation सरकार नहीं करेगी।
नीति आयोग ने जारी कर दी लिस्ट
हालांकि आपको बता दें कि नीति आयोग ने एक लिस्ट जारी की थी। और इस लिस्ट में पंजाब नेशनल बैंक, यूनियन बैंक, केनरा बैंक, एसबीआई, बैंक ऑफ बड़ौदा और इंडियन बैंक का नाम था। और इनके बारे में कहा जा रहा था कि इनका भी सरकार निजीकरण नहीं करेगी। और इसका कारण भी उन्होंने साफ साफ कह दिया था। उनका कहना है कि जो भी सरकारी बैंक कंसोलिडेशन का हिस्सा था, उन सभी को प्राइवेटाजेशन से बाहर रखा गया है।