एक समय में बिकने के कगार पर खड़ी थी टाटा ग्रुप की कंपनी। और उनको बचा लेने के लिए एक महिला ने गिरवी तक रखे थे अपने गहने। जी हां आपने बिल्कुल सही सुना, एक समय में बिकने के कगार पर खड़ी थी टाटा ग्रुप की कंपनी। और उनको बचा लेने के लिए एक महिला ने गिरवी तक रखे थे अपने गहने। तो आइए जानते हैं क्या है ये पूरी खबर। और क्या है ये पूरा मामला।
दर असल एक समय आज के समय की भारत की सबसे बड़ी कंपनी। यानी कि टाटा मोटर्स बिकने के कगार पर चली गई थी। और उनको एक महिला ने अपने गहने गिरवी रख कर के बचाया था। और हम आपको उस कहानी के बारे में ही जानकारी देने जा रहे हैं। आज हम आपको बताएंगे क्या था ये पूरा मामला। और आखिर कौन थी वो महिला जिन्होंने इनको बचाया था।
Lady Meharbai Tata, ये ही है वो महिला जिन्होंने आज के समय की भारत की सबसे बड़ी कंपनी। यानी कि टाटा मोटर्स बिकने जो कि एक समय में बिकने के कगार पर चली गई थी उनको बचाया था। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ये Lady Meharbai Tata कौन हैं। तो आइए हम आपको वो भी बता देते हैं। लेडी मेहरबाई दर असल जमशेदजी टाटा के बड़े पुत्र सर दोराबजी टाटा की धर्म पत्नी थीं।
और ये ही है वो महिला जिन्होंने आज के समय की भारत की सबसे बड़ी कंपनी। यानी कि टाटा मोटर्स बिकने जो कि एक समय में बिकने के कगार पर चली गई थी उनको अपने गहने गिरवी रख कर के कंगाल होने की स्थिति से बचाया था। वरना आज जो कंपनी भारत के साथ ही साथ पूरे विश्व पर राज कर रही है। वो होती ही नहीं और कब की बंद हो गई होती।