सौ करोड़ की प्रॉपर्टी छोड़ के सन्यासी बनी 8 साल की बच्ची, इस कारण से लिया ये फैसला। जी हां, आपने बिल्कुल सही पढ़ा। ऐसा ही कुछ हुआ है हमारे भारत देश के गुजरात के सूरत में जहां एक करोड़पति बाप जिसकी बेटी के पास दुनिया के सारे सुख और ऐशो आराम थे, जो दुनिया में कुछ भी करने को कर सकती थी उसने सांसारिक मोह माया छोड़ कर के एक संन्यासी बनने का निर्णय ले लिया है।
और उसने ऐसा क्यों किया है आज हम उसकी ही बात आपसे करने जा रहे हैं। आज हम जिस बच्ची के बारे में बात कर रहे हैं उसका नाम है देवांशी संघवी और वो सूरत के गुजरात के एक हीरा व्यापारी की बेटी है, और उन्होंने मात्र 8 साल की छोटी सी उम्र में ये इतना बड़ा nirnay ले लिया है।
जिस उम्र में हम सब को दुनिया दारी का कोई पता नहीं होता उसमें इन्होंने इतना बड़ा कदम उठा लिया है। और ऐसा नहीं है की उन्होंने ये सब अचानक से किया है, बल्कि वो इन सब में काफी छोटी उम्र से ही लीन थी और आपको बता दें कि मात्र 3 साल की छोटी सी उम्र में ही
वो पूजा पाठ इत्यादि में रुचि रखने लगी थी और भगवान की भक्ति में उनका उतनी छोटी सी उम्र में ही काफी गहरा भाव रहा था। जिसके बाद उन्होंने ये निर्णय लिया। जहां तक उनकी बात की जाए तो उन्होंने जैन धर्म का पालन करते हुए संसार की इस मोहमाया से सन्यास ले लिया है।