ऑस्ट्रेलिया के गवर्नर जनरल ने कुछ दिनों पहले एक बहुत बड़ी घोषणा की है। उन्होंने बताया है कि भारत के शीर्ष उद्योगपति रतन टाटा (Ratan Tata) को ऑस्ट्रेलिया-भारत संबंधों, विशेष रूप से व्यापार, निवेश और परोपकार के लिए विशिष्ट सेवा के लिए ‘ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया’ से नवाजा जाने वाला है। वो विशिष्ट सेवा के लिए ‘ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया’ से नवाजे जाने वाले पहले भारतीय बनने वाले है। उनके पहले ये सम्मान किसी भारतीय को ऑस्ट्रेलिया की सरकार द्वारा नहीं दिया गया है।
इसके बाद भारत में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त बैरी ओ फारेल ने भी बीते शुक्रवार को एक ट्वीट किया। और उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि, “ऑस्ट्रेलिया-भारत संबंधों, विशेष रूप से व्यापार, निवेश और परोपकार के लिए विशिष्ट सेवा के लिए श्री रतन टाटा को ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया (एओ) में एक मानद अधिकारी नियुक्त किए जाने कि ऑस्ट्रेलियाई गवर्नर-जनरल की घोषणा पर काफी प्रसन्नता हुई। रतन टाटा जी, भारत और ऑस्ट्रेलिया के मध्य गहरे द्विपक्षीय संबंधों के लिए एक मजबूत और प्रभावशाली समर्थक रहे हैं।
जिसमें कि ऑस्ट्रेलिया-भारत आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौते की वकालत करना भी शुमार रहा है। जिसको कि 2022 में अंतिम रूप प्रदान किया गया था, और भारत में आने वाले व्यापार और सरकारी नेताओं का समर्थन भी किया गया था। इसके बाद एक और बयान आया जिसमें लिखा गया कि, उनके कार्य में स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, जल, कृषि, पर्यावरण और ऊर्जा, सामाजिक न्याय और समावेशन, डिजिटल परिवर्तन, आपदा राहत।
और तो और महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण सहित व्यापक क्षेत्रों में विकास का समर्थन करना और अवसर पैदा करना भी शुमार रहा है। आपको बता दें कि रतन टाटा जी को मिलने वाला ये कोई पहला सम्मान नहीं है। इसके पूर्व भी रतन टाटा जी को कई सारे सम्मान दिए जा चुके हैं। जिनमें कि व्यवसाय, उद्योग, इंजीनियरिंग, नेतृत्व, संस्कृति और शांति में उनके योगदान के लिए कई अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार और प्रशंसा शामिल है। और इन सब में न्यू साउथ वेल्स विश्वविद्यालय से डॉक्टर ऑफ बिजनेस मानद उपाधि भी शुमार कि गई हैं।