देश के कई दिग्गज अरबपति उद्योगपतियों की सफलता और संघर्ष की कहानियां सुनने को मिलती हैं। इस कड़ी में हम आपको दो भाइयों की कहानी बताने जा रहे हैं जिन्होंने एक छोटी सी दुकान से अपना कारोबार शुरू किया और आज 55,000 करोड़ रुपये से अधिक की कंपनी(Vijay mallya)के मालिक हैं। पंजाब के ढींगरा ब्रदर्स की कामयाबी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है।
विजय माल्या(Vijay mallya)से पेंट कंपनी खरीद ली गई
सफलता की सीढ़ियां चढ़ते हुए कुलदीप ढींगरा ने तेजी से अपने कारोबार का विस्तार करना शुरू किया। इसके बाद उनकी नजर एक दुकानदार से मल्टीनेशनल कंपनी के मालिक बनने पर पड़ी। उनका उद्देश्य बर्जर पेंट्स का अधिग्रहण करना था, जो विजय माल्या के यूबी ग्रुप की कंपनी थी।
अपने दोस्त के जरिए उन्होंने विजय माल्या के साथ डील की और बर्जर पेंट्स को खरीद लिया। आज बर्जर पेंट्स न केवल भारत में बल्कि रूस, पोलैंड, नेपाल और बांग्लादेश सहित कई देशों में भी काम करती है। धींगरा ब्रदर्स भारत के सबसे अमीर परिवारों में से एक हैं।
कुलदीप सिंह ढींगरा और गुरबचन सिंह ढींगरा आज भारत की अग्रणी पेंट कंपनी बर्जर पेंट्स के मालिक हैं। 90 के दशक में देश की सबसे छोटी पेंट निर्माता कंपनी विजय माल्या के यूबी ग्रुप से खरीदी गई थी। उन्होंने मेहनत के दम पर इस कंपनी को देश की दूसरी सबसे बड़ी पेंट कंपनी बना दिया। आइए जानते हैं कैसा रहा सक्सेस जर्नी।
अमृतसर का एक छोटा दुकानदार अब अरबपति बिजनेसमैन है
कुलदीप और गुरबचन एक कारोबारी परिवार से ताल्लुक रखते हैं और मूल रूप से पंजाब के रहने वाले हैं। उनके दादा ने 1898 में अमृतसर में अपनी दुकान शुरू की थी। दोनों भाइयों ने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक किया और फिर अमृतसर में दुकानदारों के रूप में अपना व्यवसाय शुरू किया।
1970 तक उनका टर्नओवर 10 लाख रुपए था। कड़ी मेहनत के माध्यम से, जैसे उनका व्यवसाय बढ़ता गया, वे 1980 के दशक में सोवियत संघ के बड़े पेंट निर्यातक बन गए। देश के सफल कारोबारियों की लिस्ट में शुमार ढींगरा ब्रदर्स की कुल संपत्ति 55,000 करोड़ रुपये से ज्यादा है. कुलदीप सिंह ढींगरा बर्जर पेंट्स के अध्यक्ष हैं जबकि गुरबचन सिंह ढींगरा कंपनी के उपाध्यक्ष हैं।