आचार्य चाणक्य भारत के इतिहास के सबसे गुणी लोगों में से एक थे। और उन्होंने अपने जीवन में कई प्रकार के ज्ञान अर्जित किए। और उन्होंने अपने इसी ज्ञान को एक किताब के रूप में समेट कर के रखा। और इस किताब में उन्होंने अपने इन सभी ज्ञान को मानव कल्याण के लिए लिख कर रख दिया। और उन्हीं अपनी इस किताब का नाम रखा चाणक्य नीति। और आज हम उसी चाणक्य नीति के एक लेख के बारे में चर्चा करेंगे।
आज हम बात कर रहे हैं चाणक्य नीति में बताई गई एक एहम बात की। ये बात आज कल के समाज पर पूरी तरह से लगी होती है। और आज कल के लोगों के लिए एक बड़ी चेतावनी की तरह है। अगर आप और हम इसे चेतावनी समझ कर ग्रहण करेंगे तो भी लाभ होगा। अगर इन बातों को गहरे रूप से समझ कर अपने जीवन में उतारें तब ही इनका कोई फायदा होगा।
चाणक्य नीति में बताया गया है कि किस प्रकार के लोग जल्दी बूढ़े हो जाते हैं। और आज हम आपको उसी से जुड़ी एक जानकारी देने जा रहे हैं। चाणक्य नीति में लिखा गया है प्रमुख रूप से तीन तरह के लोगों के बारे में। और यही तीन लोग वो हैं जो समय से जल्दी बूढ़े हो जाते हैं। तो आइए जानते हैं कौन हैं ये लोग।
चाणक्य नीति में लिखा गया है की अधिक यात्रा करने वाले लोग जल्दी बूढ़े होते हैं। क्योंकि यात्रा के चक्कर में वो अपनी सेहत नजर अंदाज कर देते हैं। और लिखा गया है कि जिस औरत को दैनिक रूप से शारीरिक सुख मिलता है, वह औरत भी जल्द ही बूढ़ी हो जाती है। और अंत में लिखा गया है कि बांध कर के रखा गया घोड़ा जल्दी बूढ़ा हो जाता है। क्योंकि ऐसे में वो मेहनत करना भूल जाता है।