आज हम बात कर रहे हैं हमारी भारतीय सेना (Indian Army) के उस बहादुर जवान की जिसे हमारी भारत सरकार ने शौर्य चक्र से नवाजा है, और उनकी बहादुरी की कहानी सुन कर आपके भी रौंगटे खड़े हो जाएंगे कि कैसे उन्होंने एक आतंकी को कार से खींचा और उसे मौत के हवाले किया जिसके बाद उनको गोलियां लगती रहीं और फिर भी उन्होंने सारा कष्ट सह कर 3 आतंकियों को ढेर कर दिया।
आज हम बात कर रहे हैं कश्मीरी जांबाज मुदासिर कि जिसे हमारी भारत सरकार ने शौर्य चक्र (Shaurya ChakraAward) से नवाजा है और उनकी बहादुरी और देश के प्रति उनके आत्मसमर्पण को सलाम किया है। उनका पूरा नाम था मुदासिर अहमद शेख और वह जम्मू कश्मीर पुलिस में एक कांस्टेबल के पद पर कार्यरत थे और उनको ये शौर्य चक्र भारत सरकार द्वारा मरणोपरांत प्रदान किया गया है। वह 25 मई 2022 को जम्मू कश्मीर के बारामुला में एक आतंकी ऑपरेशन के दौरान शहीद हो गए थे।
पर वीरगति को प्राप्त करने से पहले उन्होंने 3 आतंकियों को ढेर कर दिया था। गणतंत्र दिवस के अवसर पर जब सभी जांबाजों को देश के लिए अपनी जान लगाने के लिए जब सम्मानित किया जा रहा था उसी दौरान इनको भी भारत सरकार ने शौर्य चक्र से सम्मानित किया।
इस मौके पर शौर्य चक्र प्रात करने के लिए मुदासिर के पिता वहां मौजूद थे और अपने बेटे को मिलने वाले इस सम्मान के मौके पर उनकी आंखें नम हो गई और उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनका बेटा अब लौटेगा तो नहीं पर जाते जाते वह हजारों जानें बचा गया, और उनको अपने बेटे पर गर्व है।