आज बात हो रही है एक ऐसे व्यक्ति की सफलता की कहानी की जिसने अपनी जिंदगी में अनगिनत असफलताएं देखी पर कभी हार नहीं मानी। कई बार गिरा पर हर बार इतनी हिम्मत जुटाई की वो वापस उठ सके और सब कुछ नए सिरे से शुरू कर सके। और आज के समय में अपनी इसी मेहनत की बदौलत वो सफलता के शिखर पर मौजूद है। हम बात कर रहे हैं राजस्थान के रहने वाले पवन कुमार कुमावत की जिन्होंने आज के समय में UPSC पास कर के IAS बन कर उनके सब घर वालों का सर गर्व से ऊंचा कर दिया है।
तो आइए देखते हैं इनकी सफलता की कहानी। इनका नाम है पवन कुमार कुमावत। इनकी कहानी शुरू होती है राजस्थान से जहां से इन्होंने अपनी शुरुआत शिक्षा पूर्ण की। इनके शुरुआत के दिनों में इनकी हालत बेहद खराब थी। इनकी कहानी की बात की जाए तो ये अपने शुरुआती दिनों में एक झोपड़ी में रहे। और तो और इन्होंने लालटेन में भी पढ़ाई की क्योंकि इनके यहां बिजली तक की सुविधा उपलब्ध नहीं थी।
और तो और उनके घर में उनके घर वालों के पास उनके फीस के पैसे तक भी उपलब्ध नहीं रहते थे। और इन्होंने इन सब मुश्किल के बाद भी मेहनत कर के पास किया UPSC का एग्जाम। जिसे भारत का सबसे कठिन एक्जाम कहा जाता है। और इन्होंने ये एग्जाम तीसरे अटेम्प्ट में पास कर दिया।
और अपने तीसरे अटेम्प्ट में इन्होंने अपनी सबसे बेहतरीन रैंक लाई। इन्होंने UPSC के एग्जाम में 551 रैंक लाने का कारनामा किया। और आज के समय में ये एक IAS OFFICER बन गए हैं। आपको बता दें कि इनके पिता एक मामूली ट्रक ड्राइवर हैं। कुछ ऐसी है IAS OFFICER पवन कुमार कुमावत की सफलता की कहानी। इनकी मेहनत को सलाम।