पाकिस्तान (Pakistan) के लिए अब मुश्किलें अब और अधीक बढ़ गई है। दर असल आईएमएफ (IMF – International Monetary Fund ) से जो लोन उनको मिलता था अब वो मिलने जल्द ही बंद होने वाला है। और उनके लिए मुश्किल जल्द ही और अधिक बढ़ने लगी है। दर असल शहबाज सरकार ने पेट्रोल पर ‘गरीबों’ के लिए 50 रुपये की सब्सिडी का ऐलान किया है। पाकिस्तान सरकार ने पेट्रोल और गेहूं के आटे पर सब्सिडी का ऐलान किया है। और पाकिस्तान सरकार के इस निर्णय से आईएमएफ भड़क गया है।
और इस पर सब ये भी कह रहे हैं कि पाकिस्तान ने अपने ही पैर पर कुल्हाड़ी मार दी है। और आईएमएफ की एजेंसी ने पाकिस्तान की शहबाज सरकार से कई सारे सवाल भी पूछ लिए हैं। और अब उनको इसका जवाब देना काफी भारी भी पड़ रहा है। और उनके लिए मुश्किल दिन पर दिन बढ़ती ही जा रही है। दर असल उनको कहा गया है कि इस सब्सिडी के बारे में आईएमएफ से कोई भी सलाह नहीं ली गई थी।
और यही उनकी सबसे बड़ी गलती साबित हुई है। और इसी को ले कर के उनसे सारे सवाल किए जा रहे हैं। दर असल पाकिस्तान की सरकार 73 अरब रुपये की सब्सिडी गेहूं के आटे पर देने जा रही थी। और पाकिस्तान सरकार के इस निर्णय ने आईएमएफ को नाराज कर दिया है। पाकिस्तान सरकार का कहना है कि उन्होंने अपने देश के हालात को सुधारने के लिए ये निर्णय लिया।
और 800 सीसी की कार और मोटरसाइकिल रखने वाले लोगों को पेट्रोल पर 50 रुपये प्रति लीटर की सब्सिडी देने का ऐलान किया है। खबरों में ये बात भी सामने आ रही है कि आईएमएफ ने पीएम की पेट्रोल योजना को फाइनेंस करने के स्रोत के बारे में भी उनसे काफी सवाल किए हैं। और तो और आईएमएफ ने यह भी जानकारी लेनी चाही है कि शहबाज सरकार इस सब्सिडी योजना को किस प्रकार से लागू करने की तैयारी में थी।