आज कल हर कोई इंस्टा चलाता है, चाहे बच्चा हो या बूढ़ा। और अगर आप इंस्टा चलाते हैं तो आपने ये चीज तो जरूर देखी होगी कि, दिग्गज उद्योगपति और टाटा संस के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा। अपने इंस्टाग्राम के अकाउंट पर अपनी पुरानी तस्वीरें कभी कभी शेयर करते रहते हैं। और ऐसे ही एक बार उन्होंने काफी समय पहले एक टाटा इंडिका की तस्वीर भी शेयर की थी। और ये गाड़ी भारत की पहली स्वदेशी कार भी थी।
और उन्होंने अपनी इस पोस्ट को डालने के साथ ही साथ एक चीज का जिक्र किया था। उन्होंने भारत की पहली स्वदेशी कार टाटा इंडिका को बनाने में आई चुनौतियों का जिक्र किया था। और उन्होंने लिखा था कि- ‘हमसे सभी कहते थे कि बिना ज्वॉइंट वेंचर या इंटरनेशनल कंपनी के साथ साझेदारी के बगैर ये संभव नहीं हो पाएगा। और रतन टाटा इस चीज के जवाब में सब से कहते थे कि।
अगर वो ज्वॉइंट वेंचर या इंटरनेशनल कंपनी की मदद के बिना ये काम करेंगे तो इसे असफलता से जोड़ा जाएगा। और इसके साथ ही साथ रतन टाटा ने ये भी लिखा था कि इसके साथ कई तकनीकी मुद्दे थे और हमने कई सबक भी सीखे। और तो और नए ग्राउंड को ब्रेक करना अद्भुत अनुभव था। उन्होंने ये भी लिखा था कि हार मानने के मौके भी बहुत थे। पर उन्होंने हमेशा अपने काम पर ही फोकस किया।
और अपनी सभी चुनौतियों को पार करते हुए, भारत की पहली स्वदेशी कार द टाटा इंडिका का जन्म कर दिया। और आज से लगभग 25 साल पहले टाटा इंडिका की लॉन्चिंग हुई थी। और स्वदेशी पैसेंजर कार की दिशा में ये बड़ी उपलब्धि थी। रतन टाटा ने ये भी लिखा था कि ये मेरे लिए काफी सुखद यादें हैं। और उनके दिल में इनका एक काफी विशेष स्थान भी है।